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हम नुकसान की नहीं सोचते…भारत के एक्शन पर तुर्की के राष्ट्रपति का आ गया बयान, शहबाज को बताया अनमोल भाई

ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देकर तुर्की ने खुद के पैर पर कुल्हाड़ी नहीं बल्कि कुल्हाड़ी पर ही पैर मार दिया है। भारत से पंगा लेना तुर्की को भारी पड़ सकता है। इसका असर भी दिखने लगा है। भारत में तुर्की के बायकाट की मांग उठने लगी है। मध्य प्रदेश के विदिशा में लोग सड़कों पर उतरे और तुर्की के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। जगह जगह तुर्की के सामानों के बहिष्कार के पोस्टर लगाए गए। तुर्की के खिलाफ नारेबाजी की गई और लोगों ने पुतला फूंक कर अपनी नागाजगजी जताई। तुर्की को लेकर लोगों में काफ नाराजगी है। तुर्की में बने ड्रोन जिन्होंने भारत को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। तुर्की की तरफ से पाकिस्तान के समर्थन में बयानबाजी भी की गई। लोगों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है जब तुर्की मुसीबत में था तो पाकिस्तान नहीं बल्कि हिंदुस्तान मदद का हाथ लेकर सबसे पहले पहुंचा था। अहसानफरामोश तुर्की ने आतंक परस्त पाकिस्तन का साथ दिया। भारत के साथ संघर्ष में पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद सैकड़ों भारतीय यात्री तुर्किये और अजरबैजान की यात्रा की योजना रद्द कर रहे हैं। भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी मेकमाईट्रिप ने पिछले सप्ताह रद्दीकरण में 250% की वृद्धि देखी है, जबकि अजरबैजान और तुर्किये के लिए बुकिंग में 60% की गिरावट आई है, कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार। कंपनी ने इन दोनों देशों में पर्यटन को हतोत्साहित करने के लिए सभी प्रचार बंद कर दिए हैं। ये रद्दीकरण तब हुआ जब ट्रैवल पोर्टल ने 9 मई को एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की, जिसमें इन दोनों देशों की यात्रा को सीमित करने की सख्त सलाह दी गई थी, जब तक कि बहुत ज़रूरी न हो। पिट्टी ने कहा कि प्लेटफ़ॉर्म ने व्यापक असुविधा से बचने के लिए फ्लाइट बुकिंग को रद्द या बहिष्कार नहीं करने का फैसला किया है, क्योंकि कई यात्री तुर्किये का इस्तेमाल सिर्फ़ ठहरने के लिए करते हैं।

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