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पहलगाम आतंकी हमले पर सर्वदलीय बैठक खत्म, राजनाथ ने विपक्ष को दी पूरी जानकारी, राहुल बोले- हम सरकार के साथ

सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है… पिछले कई सालों से कश्मीर में लोग शांति से अपना व्यापार कर रहे थे, टूरिस्ट आ रहे थे, गतिविधियां चल रही थी और सब बहुत अच्छा हो रहा था… सभी राजनैतिक दलों ने अपने-अपने विचारों को रखा और एक बात सामने आई कि देश को एकजुट होकर और एक आवाज में बोलना चाहिए… सभी पार्टियों ने कहा है कि वे सरकार के साथ हैं।
मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हम लोग को लेकर केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने विपक्ष को पूरी बात बताई पूर्ण सी वही इस बैठक के बाद राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा है कि पूरा विपक्ष सरकार के साथ है। सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है… पिछले कई सालों से कश्मीर में लोग शांति से अपना व्यापार कर रहे थे, टूरिस्ट आ रहे थे, गतिविधियां चल रही थी और सब बहुत अच्छा हो रहा था… सभी राजनैतिक दलों ने अपने-अपने विचारों को रखा और एक बात सामने आई कि देश को एकजुट होकर और एक आवाज में बोलना चाहिए… सभी पार्टियों ने कहा है कि वे सरकार के साथ है।
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद थे। सभी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की। हमने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए…।” लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “सभी ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की। विपक्ष ने सरकार को कोई भी कार्रवाई करने के लिए पूरा समर्थन दिया है।”
इससे पहले विपक्ष ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बैठक की अध्यक्षता करें। मोदी बृहस्पतिवार को बिहार के दरभंगा के दौरे पर थे, जहां उन्होंने घोषणा की कि पहलगाम के हत्यारों और उनके समर्थकों की पहचान कर उन्हें दंडित किया जाएगा। सर्वदलीय बैठक के एक दिन पहले सरकार ने पाकिस्तान को निशाना बनाकर कई कदमों की घोषणा की। सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय बुधवार को लिया गया था और सिंह एवं शाह ने विभिन्न दलों से संपर्क किया। राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित किसी अहम घटना के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा रही है, जैसा 2019 में पुलवामा आतंकी हमला या 2020 में भारत-चीन गतिरोध के दौरान देखा गया था।

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