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आत्मबोध और सामाजिक चेतना की प्रयोगशाला है एमसीयू: कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी

प्रतिभा 2025 में खेल कूद गतिविधियों के अंतर्गत क्रिकेट की भी शुरुआत हुई। जिसमें वरिष्ठ खेल पत्रकार अक्षत शर्मा विशेष रूप से शामिल हुए। कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर खेल समन्वयक डॉ सतेंद्र डहेरिया, सह खेल समन्वयक डॉ मनोज पटेल एवं शिक्षक उपस्थित थे।
गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने स्वागत भाषण में कहा कि “यह विश्वविद्यालय केवल डिग्रियाँ देने का केंद्र नहीं है, यह आत्मबोध और सामाजिक चेतना की प्रयोगशाला है।” उन्होंने कहा कि वे हर महीने में एक बार डॉ. कपिल तिवारी से भेंट करते हैं और भविष्य में वे स्वयं कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से संवाद करेंगे। कुलगुरु ने छात्रों को आत्ममंथन करते हुए कहा कि वे यह सोचें “हम यहाँ क्यों आए हैं?” और “हमारे जीवन का उद्देश्य क्या है?”
कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. उर्वशी परमार एवं डॉ. अरुण कुमार खोबरे ने किया। आभार प्रदर्शन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी द्वारा किया गया।
खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ:
प्रतिभा 2025 में खेल कूद गतिविधियों के अंतर्गत क्रिकेट की भी शुरुआत हुई। जिसमें वरिष्ठ खेल पत्रकार अक्षत शर्मा विशेष रूप से शामिल हुए। कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर खेल समन्वयक डॉ सतेंद्र डहेरिया, सह खेल समन्वयक डॉ मनोज पटेल एवं शिक्षक उपस्थित थे।

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