नारसन बार्डर पर उड रही सोशल डिस्टेंशिंग की धज्जीयां
नारसन बार्डर पर शारीरिक दूरी का पालन व सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं हो रहा है।
संवाद सूत्र, राईट बुलेटिन, नारसन बार्डर पर शारीरिक दूरी का कोई पालन नहीं किया जा रहा है। लाइनों में एक दूसरे से बिना दूरी बनाए खड़े हो रहे हैं। प्रशासन भी इस ओर कोई सूध नहीं ले रहा है।
दूसरे राज्यों से आने के लिए ई-पास की आवश्यकता है। अब स्थानीय प्रशासन की ओर से बार्डर पर ही ई-पास बनाने के लिए एक काउंटर खोला है। यहां पर बीस रुपये शुल्क देकर पास बनाया जा रहा है। जिसकी वजह से यहां लोगों का मजमा जमा हो रहा है। शारीरिक दूरी दूर की बात है, प्रशासन के साथ बाहरी लोग बिना मास्क के बतियाते आम दिखाई देते हैं। रमेश, ममतेश व वाहब का कहना है कि वाहनों से आने वाले लोगों को खासकर ई-पास के नाम पर परेशान किया जा रहा है। जबकि बाइक एवं रोडवेज बस से आने वालों के लिए कोई रुकावट नहीं है। क्या कार से आने वाले व्यक्ति ही कोरोना का संक्रमण फैला सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पर किसी तरह की सुरक्षा नहीं है। कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा है। वहीं अपर तहसीलदार केएन पंत ने बताया कि यात्रियों को माइक के जरिये लगातार शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए कहा जा रहा है। अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है।